मिस्र की स्वेज नहर प्राधिकरण (SCA) ने 15 मई 2025 से 1.3 लाख टन से अधिक क्षमता वाले कंटेनर जहाजों के लिए ट्रांजिट शुल्क में 15% की छूट की घोषणा की है। यह कदम रेड सी संकट के बाद नहर से विमुख हुए शिपिंग ट्रैफिक को वापस लाने की कोशिश का हिस्सा है।
हौथी विद्रोहियों द्वारा शुरू किए गए हमलों के कारण कई वैश्विक कंटेनर लाइन कंपनियों ने 2023 के अंत से अपने जहाजों को स्वेज नहर के बजाय अफ्रीका के चारों ओर भेजना शुरू कर दिया, जिससे स्वेज नहर की कमाई 2023 में $10.3 अरब से घटकर 2024 में लगभग $4 अरब रह गई।
SCA अध्यक्ष ओसामा रबी ने इटली के राजदूत से मुलाकात की और 25 बड़ी शिपिंग कंपनियों से अपील की है कि वे रेड सी में सुरक्षा में सुधार के मद्देनजर अपने जहाजों को दोबारा नहर मार्ग पर भेजें। यह अपील अमेरिका और ईरान-समर्थित हौथी विद्रोहियों के बीच घोषित संघर्षविराम के बाद की गई है। हालांकि हौथियों ने कहा कि इज़राइल से जुड़े जहाज अब भी उनके निशाने पर रहेंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह छूट प्रमुख कंटेनर जहाजों को दोबारा आकर्षित करने की रणनीति है, जो SCA के लिए प्रमुख आय स्रोत रहे हैं। लेकिन यह वापसी इस बात पर निर्भर करेगी कि रेड सी में सुरक्षा हालात कितने स्थिर रहते हैं।
स्वेज नहर वैश्विक व्यापार का 12–15% और वैश्विक कंटेनर ट्रैफिक का लगभग 30% संभालती है, जिससे इसका भू-आर्थिक महत्व बेहद अहम है।