वर्ल्ड रिसोर्सेज़ इंस्टिट्यूट और यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में जंगलों में आग पहली बार उष्णकटिबंधीय वन हानि का मुख्य कारण बनी। इस वर्ष प्राकृतिक उष्णकटिबंधीय वनों का नुकसान 6.7 मिलियन हेक्टेयर (लगभग पनामा के आकार का) रहा — 2023 की तुलना में 80% ज़्यादा।
ब्राज़ील, जो दुनिया के सबसे बड़े उष्णकटिबंधीय वनों का घर है और अगले जलवायु सम्मेलन का मेज़बान भी है, ने सबसे ज्यादा नुकसान झेला — 2.8 मिलियन हेक्टेयर जंगल खत्म हो गए। यहां इतिहास की सबसे भीषण सूखे और जलवायु परिवर्तन के कारण आग बेकाबू हो गई। बोलीविया और कनाडा जैसे अन्य देशों में भी जंगलों में आग ने भारी तबाही मचाई।